Paris Olympics 2024 के आगाज से पहले ही भारतीय खेमे में विवाद शुरू हो गया. Vinesh Phogat और PV Sindhu को लेकर खेल मंत्रालय पर पक्षपात का आरोप लगा है.

पेरिस ओलंपिक (Paris Olympics 2024) शुरू होने में अब कुछ ही दिन बाकी हैं। ओलंपिक गेम्स का आयोजन 26 जुलाई से 11 अगस्त तक किया जाएगा। इसको लेकर भारतीय दल भी तैयारियों में जुटा हुआ है। हालांकि, ओलंपिक के आगाज से पहले ही भारतीय खेमे में विवाद शुरू हो गया है। खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ पर विनेश फोगाट (Vinesh Phogat) और पीवी सिंधु (PV Sindhu) के लिए पक्षपात का आरोप लगा है।
द ट्रिब्यून में छपी खबर के मुताबिक, शटलर पीवी सिंधु ने अपने मेंटॉर प्रकाश पादुकोण को गेम्स विलेज में रहने देने की मांग की है। इसी तरह, विनेश फोगाट ने अपने कोच वॉलर अकोस के लिए यही डिमांड की है। रिपोर्ट की मानें तो खेल मंत्रालय ने उनकी मांगों को स्वीकार कर लिया है। इसके चलते बॉक्सिंग टीम के मसाजर विजय कंबोज को खेलगांव से बाहर रहने के लिए कहा गया है। इस बारे में 15 जुलाई को फैसला लिया गया।
विजय कंबोज के रहने के लिए खेल गांव के बाहर होटल में इंतजाम किए गए हैं। यानी वे हर रोज होटल से खेल गांव या नॉर्थ पेरिस एरिना जाएंगे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, खेल मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर होने वाली फजीहत से बचने के लिए यह फैसला लिया है, क्योंकि वे नहीं चाहते कि खिलाड़ी अपनी मांगों को लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा करें।
दरअसल, टोक्यो ओलंपिक 2020 के दौरान विनेश फोगाट ने फिजियोथेरेपिस्ट नहीं मिलने का आरोप लगाया था। ओलंपिक शुरू होने से पहले विनेश ने रेसलिंग फेडरेशन पर आरोप लगाया था कि चार महिला रेसलर्स के लिए एक भी फिजियोथेरेपिस्ट नहीं दिया जा रहा है। विनेश ने X पोस्ट किया था:
“कई गेम्स में एक खिलाड़ी को कई सपोर्ट स्टाफ मिलते हैं और यहां चार लोगों के लिए एक फिजियो नहीं दिया जा रहा। हमने फिजियो की मांग बहुत पहले ही कर दी थी।“
टोक्यो ओलंपिक में विनेश से जुड़े विवाद विनेश ने दावा किया था कि उनके फिजियोथेरेपिस्ट की अनुपस्थिति उनके पदक जीतने में विफल रहने का मुख्य कारण थी। इस ओलंपिक के दौरान विनेश पर अनुशासनहीनता के भी आरोप लगे थे। कहा गया था कि उन्होंने ओलंपिक्स विलेज में टीम इंडिया के बाकी पहलवानों के साथ ट्रेनिंग करने से मना कर दिया था। साथ ही उनके साथ एक फ्लोर पर रहने से भी मना कर दिया था। विनेश पर यह भी आरोप लगा था कि उन्होंने चीफ कोच के साथ ट्रेनिंग करने से मना कर दिया था और अपने पर्सनल कोच वॉलर अकोस के साथ ट्रेनिंग करने की बात कही थी। ओलंपिक खत्म होने के बाद विनेश फोगाट को अस्थाई रूप से सस्पेंड कर दिया गया था।